मंगलवार, 31 दिसंबर 2019

कौन हो तुम

                          कौन हो तुम 

कौन हो तुम,हर समय साथ रहते हो पर साया भी नहीं हो तुम। 
सपनों में,खाने में,सोने में हर पल साथ हो तुम,ये कैसी याद हो तुम।।
दुःख-दर्द व ख़ुशी के वक्त भी पास हो,पर देख नहीं पाते हैं हम। 
रोशनी में उजाला हो,अंधेरों में चिराग हो,पूनम का चाँद हो तुम।।
संगीत में शहनाई हो,ताल में मृदंग हो,चन्दन सी शीतल हो तुम। 
सावन की बौछार हो,सर्द शीत  लहर हो,बसंत में माघ हो तुम ।।
फूलों की खुशबू हो बागों की हरियाली हो,फलों की डाली हो। 
 कल की आस थी आज की प्यास है,भविष्य की तलाश हो तुम ।।  
मुस्कराते रहना यूँ ही,इस जीवन यात्रा में किसी का तो चिराग हो तुम ।  
रागों में रागिनी हो ,जीवन का अनुराग हो पर न जाने कौन हो तुम।।

Image result for radha krishna images

                               (फोटो गूगल से साभार )


कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें