बुधवार, 28 सितंबर 2016

भोले नाथ का नया घर

भोलेनाथ बड़े ही दयालू देवता है बड़े औघड़ दानी है। 
माता पार्वती  जी ने भोलेनाथ जी से कहा कि हे महादेव मैं  आप से कुछ विनती करना चाहती हूं क्या आप मानेंगे तो महादेव जी ने बड़े ही भाव से कहा देवी आप कहिए तो सही मैं आप की बात टाल नहीं सकता। 
तो माँ पार्वती तुरंत बोली हे भोलेनाथ कब तक हम कैलाश पर्वत पर ऐसे ही बिना घर के रहेंगे,अब मै चाहती हूँ कि हमारा भी अपना घर होना चाहिए। 
अब भोलेनाथ जी ने तुरंत अदभुत द्वीप ढूंडा और विष्वकर्मा  जी को आदेश दिया कि हमारे लिए और हमारे परिवार के लिए सोने की नगरी का निर्माण किया जाय। 
तो विश्वकर्मा जी ने तुरन्त ही सोने की नगरी का निर्माण कर दिया और भगवान भोलेनाथ को बोले कि आप किसी ज्ञानी पंडित को बुलाएँ और गृह प्रवेश करवाए। 
महादेव जी ने सोचा कि रावण के बराबर जानकार तो कोई भी पंडित नहीं है और शीघ्र ही रावण को आमन्त्रित किया गया। 

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फोटो गूगल से साभार

अब रावण जी महाराज विधिवत पूजा संपादन में जुट गए।
पूजा -पाठ समाप्त होने पर महादेव बोले कहो पंडित कुछ दक्षिना माँगो आज हम बहुत खुश हैं जो मांगोगे दे देंगे।
रावण ने कहा हे महादेव अगर आप सचमुच मुझे कुछ देना चाहते हैं तो मुझे अपना नया सोने का नगर दान में दे दो आप तो महादानी हो।
भोलेनाथ ने तुरंत खुश हो कर कहा तथास्तु और माता पार्वती से बोले चलो देवी हमारे लिए कैलाश पर्वत ही अच्छा है