माया मोह
राजकुमार सिद्दार्थ गौतम (महात्मा गौतम बुद्ध )का नाम तो आपने सुना ही होगा,राजकुमार की शादी हुई और उनका एक पुत्र भी हुआ।
राजकुमार एक दिन अपने राज्य में घूमने गए तो उन्होंने एक बृद्ध व्यक्ति को तथा एक बीमार व्यक्ति एवं एक मृत लाश को भी देखा। इस दृश्य से राजकुमार के दिल में बहुत ही बुरा असर पड़ा सोचा कि जिस शरीर की इतनी देखभाल की जाती है वह तो नश्वर है।
राजकुमार को रात को नींद नहीं आयी और अपना छै साल का प्रिय पुत्र और जवान पत्नी को छोड़कर आधी रात को घर से निकल गए।
राजशी वैभव को छोड़कर दर-दर भिक्षा मांगकर गुरु की शरण में जाकर ज्ञान प्राप्त किया और दुनिया में अपने असंख्य शिष्यों के साथ बौद्ध धर्म का प्रचार किया और महात्मा गौतम बुद्ध के नाम से प्रशिद्ध हुए।
वे चाहते तो दुनिया की कोई भी चीज बिना प्रयाश के घर पर ही प्राप्त कर सकते थे,परन्तु राजकुमार को ज्ञान प्राप्त हो गया और माया मोह से दूर निज स्वरुप को पहचान कर दुनिया में प्रशिद्ध हुए।
(फोटो साभार गूगल )