अद्यात्मिकता
गुरुवाणी
मूकं करोति वाचालं,पंगु लंघयते गिरीम।।
यत्कृपा तमहं बन्दे,परमानन्द माधवम।।
चुप रहने वाले भी बढ़िया भाषण करने लगते है और बिना पैरों वाले भी पर्वत को पार कर देते हैं जिस पर उस परमानन्द स्वरूप परमपिता परमात्मा की कृपा हो जाती है।
| | जय गुरु देव | |
